एक था गाँव: वरूण
कथेतर / Non-Fictionहमारे देश में टीवी मेरे जन्म से बहुत पहले आया. हमारे घर में मेरे पैदा होने के ७ साल बाद. टीवी पर गाँव मैंने शायद टीवी आने के पहले दिन ही देख लिया (कृषि दर्शन मेरा पसंदीदा कार्यक्रम था, क्यूंकि इसमें आउट डोर बहुत दिखता था). असल ज़िंदगी में सचमुच** का गाँव अभी देखा है […]