पैदल पुलः एकांत श्रीवास्तव
कविता / Poetryपैदल पुल (दंतेवाडा-बस्तर की डंकिनी शंखिनी नदी के तट से लौटकर) बाँस का यह पुल धीरे धीरे हवा में हिलता हुआ बंधे हुए बाँसों के बीच से नदी का बहता हुआ जल दिखता है लाल है इस नदी का जल लौह खदान को जो पार कर के आती है बहते हुए जल को बहते हुए […]